इस मौसम में क्या खाएं कि स्वस्थ रह पाए हम
आप सभी जानते हैं कि बदलते मौसम के साथ हमारी तबीयत भी बदलती रहती है कुछ समय हम बुखार ( Beemaar ) से तप रहे होते हैं तो कुछ समय हमें जुखाम हो जाते हैं कभी कम हो जाता है या हम वायरल के शिकार हो जाते हैं यह वायरल बहुत तेजी से फैलता है और इसके हमारा इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है।
जिसे हम काफी जल्दी बीमार पड़ जाते हैं और बीमार ( Beemaar ) होने के बाद हमें बहुत सी तकलीफ होती है जैसे कि हम हमारी मनपसंद चीज नहीं खा सकती बीमार होने के बाद हमें खिचड़ी दाल दलिया जैसी हल्की फुल्की चीजें खानी पड़ती है इनसे बचने के लिए हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताएंगे जिसे खाने के बाद आप इन सब बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे और अपनी तबीयत को एकदम दुरुस्त रख पाएंगे तो चलिए जानते हैं कि ऐसा क्या खाएं जिससे हम बदलते मौसम में भी बीमार ना पड़े और अपनी इम्यून सिस्टम को और मजबूत करें इन चीजों को खाने से आपका इम्यून सिस्टम काफी ज्यादा मजबूत हो जाएगा जिससे आप जल्दी से बीमार भी नहीं पढ़ोगे ना ही आपको हॉस्पिटल के चक्कर काटने पड़ेगे क्योंकि आजकल अधिकतर लोगों को इन सब की वजह से बार-बार हॉस्पिटल के चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे उन्हें काफी ज्यादा परेशानी होती है यदि आप इस परेशानी से बचना चाहते हैं नीचे दी गई चीजों को अपनाएं और अपनी सेहत बनाएं।
हम आपको पांच चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें खाने के बाद आप अपना ए मिनी सिस्टम काफी ज्यादा मजबूत कर सकते हैं तथा बदलते मौसम में भी आप बीमार नहीं पड़ेगे।
लहसुन :-
सबसे पहले लहसुन आमतौर पर हमारे खाने बनाने के समय उपयोग में लाते हैं आपको बता दें कि लहसुन में एक ऐसा एंटीबायोटिक केमिकल पाया जाता है जो आपके शरीर में न्यू सिस्टम को मजबूत बनाता है केमिकल मैं एलइसिन नामक तत्व होता है तथा वैज्ञानिकों के शोध के अनुसार लहसुन खाने वालों में जुखाम की चपेट में आने की संभावना अन्य लोगों की अपेक्षा बहुत ही कम होती है यही कारण है कि कुछ स्थानों पर लेसन सबसे अधिक खाया जाता है। आमतौर पर खाने बनाने समय खाने में स्वाद को बढ़ाने के लिए सब्जियों में लहसुन डाला जाता है जिससे सब्जियों काफी अच्छी बनती है तथा उनमें बहुत ही अच्छी खुशबू आती है राजस्थान में अधिकतर लोगों द्वारा लहसुन का सेवन किया जाता है जो कि एक आम बात है राजस्थान के लोग लहसुन को पीसकर उसे चटनी बनाकर जिससे बीमार नहीं पढ़ पाते।
चाय:–
एडवर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध के अनुसार अन्य गर्म पेय पदार्थ पीने की तुलना में चाय पीने वालों के खून में 10 गुना अधिक वायरस विरोधी तत्व होते हैं आजकल लोगों की जरूरत में चाय को शामिल किया गया लोगों द्वारा अपने दैनिक जीवन में चाय का सबसे अधिक सेवन किया जाता है लोग सुबह उठकर सबसे पहले चाय का सेवन करते हैं जो उन्हें जो उन्हें बीमारियों ( Beemaar ) से लड़ने में मदद करता है चाय एक ऐसा पदार्थ है जिसमें एमिनो एसिड एवं एल–थिएनाइन पर्याप्त मात्रा में होता है जो कि हमारे शरीर के लिए काफी आवश्यक है। यह पदार्थ काली और हर्बल दोनों प्रकार की चाय में पाया जाता है यदि किसी व्यक्ति द्वारा हर्बल टीका भी उपयोग किया जाता है तो वह उसके सेहत के लिए काफी ज्यादा लाभदायक होती है क्योंकि लोगों द्वारा अपनी रोजमर्रा में चाय का सेवन किया जाता है।
शहद:–
भारत में शहद एक ऐसा मीठा पदार्थ है जो व्यक्तियों द्वारा खाया जाता है शहद मधुमक्खियों के छत्ते से निकाला जाता है तथा उसे छानकर उसे कुछ व्यक्तियों द्वारा बाजार में बेचा जाता है शहद एक ऐसा पदार्थ है जो कि हमारे शरीर के लिए काफी ज्यादा असर दाई हो सकता है क्योंकि भारत में पुराने समय से ही शहद को लोकप्रिय नुस्खे के तौर पर देखा गया नियमित रूप से शहद का सेवन जुखाम, छाती जमने आदि की परेशानियों को दूर करता है इसके अलावा शहद को नींबू और गुनगुने पानी के साथ लेने पर कब्ज, गैस और मोटापे को दूर करने की मददगार माना गया है इतना ही नहीं विशेषज्ञों के अनुसार शहद अदरक का रस और काली मिर्च को बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से अस्थमा में भी रात मिलती है आज द्वारा अभी भी शहद का उतना ही उपयोग किया जाता है शहद व्यक्तियों के लिए इतना जरूरी होने लगा है कि लोग इसे खरीदने के लिए ऊंची रकम भी देने को तैयार होते हैं शहद में मिलावट कर दी जाती है अधिक पैसे कमाने के चक्कर में वह आयुर्वेदिक दवा जैसे शहद को केमिकल में मिला देते हैं तथा उसकी मात्रा में बढ़ोतरी कर देते हैं जिससे कि वह काफी ज्यादा मुनाफा कमा सकें इस मुनाफे के चक्कर में वह लोगों की हेल्थ से खेलते हैं।
जई और जो :–
इन अनाजों का सेवन के द्वारा कई बार किया जाता है राजस्थान में सबसे अधिक अनाजों का सेवन किया जाता है तथा पंजाब में भी इनका पर्याप्त मात्रा में सेवन किया जाता है लोगों द्वारा इसे बड़े चाव से खाया जाता है इस अनाज में पर्याप्त मात्रा में विटामिन कौन होता है जो कि एंटीमाइक्रोबियल्स और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर एक प्रकार का फाइबर होता है जो हमारे शरीर के सिस्टम को काफी ज्यादा मजबूत करता है जिससे हमें जुखाम बीमारियां नहीं हो पाती है यह हमारे शरीर के लिए काफी गुणकारी साबित होता है इनका नियमित रूप से सेवन प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है जिसे आप बहुत कम बीमार पड़ोगे तथा आपको हॉस्पिटल के चक्कर नहीं काटने पड़ेगे क्योंकि आज के समय में व्यक्ति हॉस्पिटल के चक्कर काटते काटते थक जाता है लेकिन अपनी बीमारी से छुटकारा नहीं पा सकता इसीलिए इन सब अनाजों का सेवन कर इन सब चीजों का सेवन कर आप जुखाम का आदि बीमारियों से दूर रह सकते हो अपने परिवार को भी रख सकते हो जिससे किसी को भी हॉस्पिटल जाने की जरूरत ना पड़े।
मछली का सेवन:–
मछली का सेवन काफी ज्यादा गुणकारी होता है ऑयस्टर, लॉब्सटर, क्रेब्स और क्लेमस आदि मछलियों में सेलेनियम प्रचुर मात्रा में होता है सेलेनियम की मदद से खून में सफेद रक्त कण साइटोकाइंस नामक प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो शरीर से फ्लू वायरस दूर करने में उपयोगी होते हैं सालमोन, मैकेरेल और हैरिंग आदि मछलियों में ओमेगा 3 फैट है जो वात रोगों को रोकने में मददगार होता है व्यक्ति मछली का सेवन नहीं करते हैं और सा कार्य मैं ऊपर दी गई चीजों का सेवन कर सकते हैं।