दूध
kachcha doodh peene ke phaayade आज हम बात करने वाले हैं ऐसे पदार्थ के जो हर एक भारतीय ने आज से लेकर बचपन तक पिया ही है। मेरे बात करी दूध की बारे में आज से ही नहीं प्राचीन भारत से यह उस समय की बात है जब द्वापर युग हुआ करता था क्योंकि इस युग में भगवान कृष्ण ने भी गायों की सेवा की है और गायों में 31 करोड़ देवी देवताओं का स्थान बताया है श्री कृष्ण ने कहा है जहां इतने देवी देवताओं का वास होता है उसका दूध इंसानों के लिए अमृत से कम नहीं होगा। गाय के दूध में अत्यधिक पोस्टिक तत्व और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं कि पहलवान हमेशा गाय का दूध ही पीते हैं पश्चिम भारत में सभी लोग गायों को पालते थे और उनकी सेवा करते थे और उनके दूध से उत्पन्न होने वाले सभी पदार्थों का प्रयोग घरों में किया जाता था क्योंकि यह मान्यता है और पुराणों में यह भी यह कहा गया है कि गाय का दूध हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक है लाभदायक है आज के समय में गाय का दूध गर्म करके और कच्चा दूध सीधा पीने के दो अलग-अलग उपाय हैं कच्चा दूध पीने के कितने फायदे हैं उतने ही नुकसान भी हैं और गर्म करके पीने के फायदे हैं उतने ही नुकसान भी हैं तो आज हम जानेंगे गाय का दूध अगर हम कच्चा पिए तो इससे हमें क्या-क्या फायदे होंगे और क्या-क्या नुकसान होंगे। Read Also यह फल खाने से नहीं होगा महिला को महामारी रोग
कच्चा दूध पीने के फायदे
कच्चा दूध पीने से हमारे शरीर में किसी भी तरह की कोई भी एलर्जी नहीं होती है हमारे शरीर में होने वाली त्वचा से संबंधित किसी भी बीमारी का इलाज कच्चा दूध होता है और इसमें भी यह पाया गया है कि अगर इंसान कच्चा दूध पीता है तो उसे अस्थमा का खतरा कम होता है और त्वचा से संबंधित कोई भी बीमारी नहीं होती है।
जब हम कच्चा दूध पीते हैं तो हमारे शरीर को बहुत से ऐसे पोषक पदार्थों की आवश्यकता होती है जो हमें कच्चे दूध से मिल जाते हैं परंतु अगर हम यही कच्चा दूध उबाल के पीते हैं या गर्म करके पीते हैं तो इससे उपस्थित प्रोटीन व अन्य पोषक तत्व जलकर नष्ट हो जाते हैं और हमारे शरीर में उन सब तत्वों की कमी बन जाती है
इंसान को एक्जिमा से किसी भी तरह की कोई बीमारी होती है तो उसके लिए डॉक्टरों है सभी वेदों के द्वारा गाय का कच्चा दूध सबसे कारगर बताया गया है क्योंकि इसमें उपस्थित पोस्टिक तत्व बीमारी का सबसे किफायती इलाज है अगर इंसान को ऐसी कोई भी बीमारी है तो उसके लिए कच्चा दूध सबसे अच्छा और लाभदायक होता है
जिन लड़कियों की शादी होने वाली होती है उन लड़कियों की शादी से चार-पांच दिन पहले कच्चे दूध का उबटन किया जाता है जिस वजह से लड़की की त्वचा निखर जाती है कोई कच्चे दूध में उपस्थित पोषक तत्व हमारे शरीर की त्वचा को निखारते हैं इंसान को अगर त्वचा से संबंधित किसी भी तरीके की बीमारी है तो है 10 से 15 दिन सुबह कच्चा दूध पिए जिससे उसकी त्वचा से संबंधित किसी भी तरह की बीमारी को दूर किया जा सकता है
कच्चे दूध में ऐसे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो पेट की परेशानियों को दूर करते हैं और हमारी पाचन प्रक्रिया को मजबूत करते हैं जिन लोगों के पेट में जलन होती है पेट से संबंधित किसी भी तरह की कोई बीमारी होती है उनको कच्चा दूध पीना चाहिए
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जैसा कि, यह गारंटी है कि बुदबुदाहट इसमें मौजूद असंतृप्त वसा को कम कर सकती है, लेकिन शोध ने कच्चे और शुद्ध दूध के असंतृप्त वसा प्रोफ़ाइल में कोई बड़ा अंतर नहीं पाया। एक खोज में गाय के दूध के 12 उदाहरण लिए गए। इन्हें अपरिष्कृत, शुद्ध और यूएचटी (जिसमें सूक्ष्मजीवों को मारने के लिए कुछ क्षणों के लिए गाय के दूध को उच्च तापमान पर प्रस्तुत किया जाता है) प्रत्यायोजित किया जाता है। जब तीनों दूधों पर विचार किया गया तो उनमें मौजूद महत्वपूर्ण तत्वों और असंतृप्त वसा में कोई बड़ा अंतर नहीं पाया गया।
माना जाता है कि कच्चे दूध में रोगाणुरोधी गुण अधिक होते हैं, जो विनाशकारी जीवाणुओं को नियंत्रित करते हैं और दूध को कुछ समय तक खराब नहीं होने देते। वहीं, कच्चे दूध से जुड़े एक अध्ययन में यह भी कहा गया है कि दूध में कुछ मात्रा में एंटी-टॉक्सिन (जीवाणु नष्ट करने वाले) प्रभाव का पता लगाया जाता है (15)। इस आधार पर यह माना जाता है कि कच्चे दूध का उपयोग शरीर में सूक्ष्मजीवों के प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है।
हालांकि, एक अध्ययन यह भी बताता है कि उबलता हुआ दूध उसमें मौजूद पोषक तत्वों को नहीं बदलता है। साथ ही कच्चे दूध में कई हानिकारक बैक्टीरिया भी पाए जाते हैं, जिसके कारण इसके सेवन से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में कच्चे दूध के फायदों को लेकर किए गए इस वादे को पूरी तरह से गलत नहीं कहा जा सकता है, लेकिन दूध को हमेशा उबाल कर सुरक्षा की दृष्टि से इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
कच्चे दूध में उबले हुए दूध के मुकाबले अत्यधिक कैल्शियम पाया जाता है जिससे हमारी हड्डियों में मजबूती आती है जिन व्यक्तियों की हड्डियां टूट जाती है डॉक्टर उनके लिए कच्चा दूध बताते हैं क्योंकि कच्चा दूध हड्डियों को जोड़ने में कम समय लेता है
कच्चा दूध पीने के नुकसान
गर्मियों के मौसम में कच्चा दूध पीने की वजह से फूड प्वाइजनिंग की समस्या भी हो सकती है क्योंकि कच्चा दूध पीने की वजह से उसमें उपस्थित पोषक तत्व हमारे शरीर की पाचन शक्ति को कम करते हैं यह कोशिश करें और जीवाणु उन्हें इंसानो की पाचन शक्ति को कम करते हैं जिन इंसानों का शरीर पहले से बहुत ज्यादा कमजोर होता है
कच्चे दूध में हानिकारक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर को पैरालाइज कर सकते हैं कच्चे दूध में अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में स्ट्रोक पैरालाइज और स्ट्रोक का कारण भी बनते हैं
कच्चे दूध में उपस्थित कुछ ऐसे जवान होते हैं जो हमारे शरीर में खून का थक्का भी जमा सकते हैं परंतु यह एक ऐसी बीमारी में ही पॉसिबल होता है क्योंकि इसके लिए हमारे शरीर में पहले से एक ऐसी बीमारी होती है जो हमें पीढ़ी दर पीढ़ी मिलती आ रही है।